पंचायत चुनाव में युवाओं ने किया कमाल, 22 साल की अवंतिका-जागृति बनीं प्रधान, 21 वर्षीय आशीष उपप्रधान
हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों के लिए प्रथम चरण में हुए नतीजे घोषित हो चुके हैं। हालांकि, पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्यों के चुनाव नतीजे 22 जनवरी को घोषित होंगे। पंचायत चुनावों के अभी तक के नतीजों के आधार पर जनता युवाओं पर भरोसा जता रही है। प्रदेश में सबसे कम उम्र के कई युवाओं ने चुनाव में जीत दर्ज की है। इसका ताजा उदाहरण ऊना जिले के डूहल भटवालां के धलवाड़ी गांव के युवा आशीष शर्मा का है। आशीष 21 वर्ष की उम्र में उपप्रधान बने हैं।
पंचायत चुनाव में उपप्रधान पद के लिए तीन वोटों से जीत दर्ज की है। आशीष ने उपप्रधान पद के अन्य छह प्रत्याशियों को हराकर चारों खाने चित्त कर दिया। आशीष ने बीबीए की है और वर्तमान में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष हैं। गौरतलब है कि पिछले पंचायत चुनाव में मंडी की 21 साल की जबना देवी देशभर में सबसे कम उम्र की प्रधान बनी थीं। बहरहाल, पंचायत चुनाव के तीन चरण संपन्न होने के बाद ही सबसे कम उम्र के प्रधान पर स्थिति साफ होगी।
22 साल के अक्षय उपप्रधान, 22 की ही जागृति प्रधान
बिलासपुर सदर की पंचायत साई खारसी में 22 वर्षीय जागृति देवी ने प्रधान बनकर जिले में नया इतिहास रचा है। अभी तक जिले में 22 साल का कोई भी प्रधान नहीं बना था। जागृति शिमला लॉ कॉलेज से वकालत की पढ़ाई पूरी कर रही हैं। वहीं 22 साल के अक्षय शर्मा नवगठित ग्राम पंचायत निहाण के उपप्रधान बने।
24 वर्षीय रीना सिल्लाघ्राट की प्रधान
चंबा की सिल्लाघराट पंचायत की कमान मतदाताओं ने 24 साल की रीना को सौंपी। उन्होंने 59 वोटों के अंतर से अपने विरोधी उम्मीदवार को हराया। रीना ने बीएड की है और एमए कर रही हैं। पिता किसान हैं और माता गृहिणी।
लोअरकोटी पंचायत में 22 साल की अवंतिका बनीं प्रधान
विकास खंड रोहडू की पंचायत लोअरकोटी में 22 साल की अवंतिका चौहान प्रधान चुनी गई हैं। इसी पंचायत के अंकुश शर्मा उपप्रधान चुने गए हैं। निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम रोहडू बीआर शर्मा ने कहा कि उपमंडल रोहडू की 40 पंचायतों में रविवार को पंचायती राज के पहले चरण के चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए।
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